कोरबा . एक तरफ कोरबा पुलिस कप्तान भोजराम पटेल लगातार सोशल पुलिसिंग को मजबूत करने पर जोर दे रहे हैं। गांव गांव जाकर लोगो की समस्या सुनी जा रही है। वहीं दूसरी तरफ थानों में पदस्थ पुलिसकर्मियों पर गरीब लोगो को जेल में डालने को धमकी देकर रकम वसूली करने का गंभीर आरोप लग रहा है। बांगों थाना में पदस्थ हेड कांस्टेबल पर फरियादियों ने 5 हजार रुपए वसूली करने का आरोप लगाया है। पीड़ितो ने एसपी से मामले को शिकायत की है।
बागों थाना इलाके के चूलभट्ठी गांव में एक दबंग युवक रमसाय की शिकायत लेकर ग्रामीण थाना पहुंचे लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई है। आरोप है कि पुलिस उल्टे फरियादियों पर कार्रवाई करने की धमकी देने लगी। पीड़ित ग्रामीण पुलिस की गलत कार्रवाई से खफा है। ग्रामीणों के मुताबिक गांव में रहने वाला एक युवक शराब के नशे में धुत होकर लोगों से बदसलूकी करता है। विरोध करने पर मारपीट पर उतारू हो जाता है। लंबे समय से प्रताड़ित ग्रामीण इसकी शिकायत लेकर बांगो थाना पहुंचे। आरोप है कि शिकायत पर कार्रवाई करने के बजाए पुलिस ग्रामीणों को ही धमकाने लगी। ग्रामीणों का कहना है कि थाना में पदस्थ हेड कांस्टेबल श्री खूंटे द्वारा इन्हें गलत मामले में फंसा देने की धमकी दी गई। इतना ही नहीं 25000 की मांग भी की गई। भयभीत ग्रामीणों ने ₹5000 हेड कांस्टेबल को दे दिए। इसके बाद 20 हजार जमा करने के लिए खूंटे जी ने ग्रामीणों को मंगलवार तक का मोहलत दिया था। ऐसे में गरीब ग्रामीण काफी भयभीत थे। पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर पीड़ित ग्रामीणों ने एसपी से मदद की गुहार लगाई है।
दोनो पक्षों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई
इस संबंध में हेड कांस्टेबल खूटें जी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गांव में रहने वाला रमसाय शिकायत लेकर थाना आया था। उसके शरीर में जख्म के निशान थे। पुलिस ने उसका मुलायजा करवाया। इसके बाद दूसरा पक्ष भी रमसाय के खिलाफ गालीगलौच और मारपीट की शिकायत लेकर पहुंचा। इस मामले में दोनो पक्षों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई हैं। ग्रामीणों के आरोपो को खरिच करते हुए हेडकास्टेबल श्री खुटें ने कहा कि मैंने किसी किसी तरह से रकम की मांग नही की है। ग्रामीणों ने मनघड़ंत कहानी बनाई है।