दुर्गा पूजा ( Durga Puja ) को यूनेस्को द्वारा मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत लिस्ट में शामिल किए जाने के मद्देनजर केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah Bengal Visit) शामिल हुए. उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा को यूनेस्को की सूची में शामिल किया जाना गर्व का विषय है. हमारी संस्कृति को कोई नहीं मिटा सकता है.केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में शुक्रवार को कोलकाता स्थित विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में दुर्गा पूजा को यूनेस्को (UNESCO) द्वारा हेरिटेज का दर्जा दिए जाने को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस अवसर पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ उपस्थित थे, लेकिन ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि राज्य के किसी भी प्रतिनिधि या मंत्री को केंद्र सरकार के कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया था. बता दें कि अमित शाह दो दिवसीय दौरे के दौरान बीजेपी नेताओं के साथ बैठक की और बीएसएफ अधिकारियों के साथ सुरक्षा को लेकर चर्चा की.
बता दें कि अंतर सरकारी समिति के 16वें सत्र में दुर्गा पूजा को यूनेस्को ने इस लिस्ट में शामिल करने की घोषणा की गई थी. बता दें कि यूनेस्को ने दुनियाभर की कुछ खास अमूर्त सांस्कृतिक विरासतों की बेहतर सुरक्षा और उनके महत्व के बारे में दुनिया को जागरुक करने के लिए 2008 में अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची बनाई थी.
अमित शाह ने कहा कि डोना गांगुली ने जिस तरह का नृत्य प्रदर्शन किया है. हमारा देश सदियों से संस्कृति नदी के रूप में बहता रहा है. हजारों साल से धार्मिक मान्यताओं को मिलाकर यह संस्कृति बनी है. हमारी संस्कृति को कभी भी कोई नहीं मिटा सकता है. इसका संदेश सभी के लिए है. आज हम स्त्री शक्तिकरण की बात करते हैं. हमारे पुराणों में लिखा गया है कि जहां नारी की पूजा होती है. वहां देवताओं का बास होता है. दुर्गा पूजा, नारी की पूजा और शक्ति की पूजा और उसके प्रति श्रद्धा समाज के प्रति प्रतीक है. उन्होंने कहा कि 2014 में कुंभ मेला को और 2015 को यूनेस्को की लिस्ट में शामिल किया गया है.
Speaking at a cultural program in Victoria Memorial, Kolkata. #AzadiKaAmritMahotsav https://t.co/tLzccAdEfC
— Amit Shah (@AmitShah) May 6, 2022