बिलासपुर में धोखाधड़ी के एक आरोपी ने पुलिस कस्टडी में ही जहर खा लिया। पुलिस को भी इस बात की जानकारी तब लगी जब उसकी तबीयत बिगड़ गई और वह उलटी करने लगा। जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इधर, इस मामले को लेकर आरोपी के पिता ने पुलिस पर ही सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि मेरा बेटा ऐसा नहीं कर सकता।
दरअसल, आवास आवंटन के मामले में 3 लोगों के खिलाफ सिविल लाइन थाना पुलिस ने धारा 420 के तहत केस दर्ज किया था। इन पर आरोप है कि इन्होंने बिलासपुर में अलग-अलग लोगों से घर दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी की है। इस मामले में पुलिस 2 लोगों को पहली पकड़ चुकी है। जबकि तीसरे आरोपी विजय साहू को पकड़ने के लिए पुलिस गुरुवार को बेमेतरा गई थी। मगर उसने जहर खा लिया।
मुंगेली के पास बिगड़ी तबीयत
बताया जा रहा है कि विजय ने पहले से ही अपने पास जहर रखा था। मौका मिलते ही उसने खा लिया। पुलिस जब उसे लेकर बिलासपुर के लिए निकली थी। इसी दौरान मुंगेली के पास उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे उल्टी होने लगी। जिसके बाद उसे मुंगेली के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उपचार के बाद उसकी हालत ठीक हुई। बाद में उसे बिलासपुर लाया गया। यहां बिलासपुर में भी उसका उपचार किया जा रहा है।
इस मामले को लेकर विजय के पिता परदेशाी साहू ने पुलिस पर ही सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि मेरा बेटा ऐसा नहीं कर सकता। मुझे पुलिसवालों पर जरा भी भरोसा नहीं है। इस पूरे मामले की जानकारी सिविल लाइन थाने के टीआई जेपी गुप्ता ने दी है। फिलहाल मामले में जांच जारी है।