उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Government) ने चारधामों में प्रतिदिन आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या निर्धारित कर दी है. बद्रीनाथ धाम में 15 हजार, केदारनाथ में 12 हजार, गंगोत्री में 7 हजार और यमुनोत्री धाम में 4 हजार यात्री प्रतिदिन दर्शन कर सकेंगे. ये व्यवस्था 45 दिनों के लिए की गई है. वहीं इस साल चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra) के लिए उत्तराखंड आने वाले तीर्थयात्रियों को कोविड की नेगेटिव जांच रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाणपत्र साथ रखना अनिवार्य नहीं है. मुख्य सचिव एस एस संधू ने अधिकारियों के साथ बैठक कर चार धाम यात्रा और इस विषय पर चर्चा की कि इसे सफलतापूर्वक कैसे संचालित किया जाए. उन्होंने बैठक के बाद कहा कि तीर्थ यात्रा पर निकलने से पहले श्रद्धालुओं के लिए पर्यटन विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण करना अनिवार्य होगा.
संधू ने कहा कि राज्य के बाहर से आने वाले तीर्थयात्रियों की कोविड की नेगेटिव जांच रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाणपत्र की जांच अगले आदेश तक अनिवार्य नहीं होगी. उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को आगमन पर किसी प्रकार की असुविधा न हो और राज्य की सीमाओं पर भीड़ न जमा हो. हालांकि, उन्होंने अधिकारियों से स्थिति पर लगातार नजर रखने को कहा.