बिलासपुर में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने राज्यसभा में जाने को लेकर एक बार फिर से बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि राज्यसभा में जाने का फैसला हाईकमान करता है। वो जिसको चाहेंगे भेज सकते हैं। मैने तो अपनी अंतिम इच्छा बताई थी। कम से कम मरने से पहले एक बार राज्यसभा में जाऊं। आज जाऊं या कल जाऊं या कब जाऊं यह अलग बात है।
सब जगह काम कर लिया है तो एक शौक होता है कि राज्यसभा में भी जाएं। बाकी कोई और बात नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल हमारे साथ रही हैं और बेहतर ढंग से काम कर रही हैं। मैं भी उनसे पूछने जाऊंगा कि क्या रिफार्म कर सकता हूं।
विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत राज्यसभा में जाने को लेकर मीडिया में पहले भी बयान दे चुके हैं। मंगलवार को बिलासपुर प्रवास पर पहुंचे महंत ने इस बार अपनी अंतिम इच्छा जाहिर करने की बात कह दी है। उन्होंने कहा कि विधानसभा संवैधानिक संरचना है। इसके लिए नियम बने हैं। विधायक आमजन का सवाल कर सकते हैं, लेकिन आमजन सवाल नहीं कर सकते।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि संख्या कम होने के कारण निश्चित रूप से विपक्ष थोड़ा कमजोर है, लेकिन इसके बाद भी उन्हें पर्याप्त समय देता हूं। इसके कारण सत्ता पक्ष के लोग मुझसे नाराज भी होते हैं। मैंने अध्यक्ष बनने के बाद ही कहा था कि न काहू से दोस्ती न काहू से बैर, मैं पूरी तरह निष्पक्ष रहूंगा।