इस बीच अमेरिका के एक पूर्व सैन्य अधिकारी बेन होजेस ने बड़ा दावा किया है कि रूस के पास अब सिर्फ 10 दिन का ही गोला-बारूद बचा है। ऐसे में अगर यह युद्ध और लंबा खिंचता है तो रूस की सेना धीरे-धीरे पस्त पड़ने लगेगी। अमेरिकी अधिकारी का कहना है कि यह एक क्विक ऑपरेशन था, जो युद्ध में बदल गया है।
हर मोर्चे पर फेल हो रही पुतिन की रणनीति
यूक्रेन के खिलाफ जंग लड़ रहे रूस की रणनीति हर मोर्चे पर फेल हो रही है। रूस का अनुमान था कि, उसकी फौज दो से तीन दिन में यूक्रेन को अपने कब्जे में ले लेगी। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। यूक्रेन की ओर से उसे कड़ा प्रतिरोध देखने को मिला। ऐसे में अभी तक पुतिन की रणनीति हर मोर्चे पर फेल हो रही है। अमेरिका की ओर से भी दावा किया गया है कि, जंग अब सिर्फ पुतिन की बौखलाहट का परिणाम है, क्योंकि उन्होंने सोचा था कि यह वह यूक्रेन को दो दिन में अपने कब्जे में ले लेंगे।