नई दिल्ली कोरोना वैक्सीनेशन के राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह टीकाकरण (एनटागी, NTAGI) का कार्य समूह 4 मई को 5 से 12 साल की आयु के बच्चों के कोरोना टीकों के आंकड़ों की समीक्षा करेगा। यह जानकारी सोमवार को समाचार एजेंसी एएनआइ के सूत्रों ने दी है। टीकों की सुरक्षा और प्रभावकारिता डेटा को देखने के बाद दूसरे स्तर की स्थायी तकनीकी उप-समिति (STSC) कार्य समूह द्वारा सिफारिशों की समीक्षा और चर्चा करेगी। एसटीएससी फिर से डेटा की समीक्षा करेगी और फिर अंतिम निर्णय देगी। इसके बाद ही एनटागी का समूह कोई अंतिम फैसला करेगा।
हाल ही में भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने 5 से 12 साल की आयु के बच्चों के लिए बायोलाजिकल ई के कार्बेवैक्स (Corbevax) और 6 से 12 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए भारत बायोटेक के कोवैक्सीन (Covaxin) को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी है। पिछले हफ्ते NTAGI ने 12 से 17 आयु वर्ग के लिए सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया के कोरोना वैक्सीन कोवोवैक्स (Covovax) को मंजूरी दी है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जोर देकर कहा गया है कि स्कूलों में विशेष अभियान के साथ जल्द से जल्द सभी योग्य बच्चों का टीकाकरण कराए जाना सरकार की प्राथमिकता है। Covovax को पहले ही डीसीजीआइ द्वारा 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए मंजूरी दी जा चुकी है, लेकिन अभी तक इसके प्रशासन की अनुमति नहीं दी गई है।
गौरतलब है कि भारत में नाबालिगों के लिए कोरोना टीकाकरण 3 जनवरी से 15 से 18 आयु वर्ग के लोगों के लिए भारत बायोटेक के कोवैक्सिन के साथ शुरू हुआ। कार्बेवैक्स के लिए 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को शामिल करने के लिए बाद में 16 मार्च को इस अभियान का विस्तार किया गया। भारत वर्तमान में 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए कोरोना के दो टीके लगा रहा है।